Last modified on 3 अप्रैल 2017, at 17:51

306 / हीर / वारिस शाह

Lalit Kumar (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:51, 3 अप्रैल 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=वारिस शाह |अनुवादक= |संग्रह=हीर / व...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

आ वड़े हां उजड़े पिंड अंदर काई कुड़ी ना त्रिंजणी गांवदी ए
नाह किलकली पांवदी ना सम्मी<ref>एक नाच का नाम</ref> पबी मार नी धरत कंबांवदी ए
नहीं झहेटड़ी दा गीत गांदियां ने ते गिधड़ा कोई ना पांवदी ए
वारस शाह छड जाईए एह नगरी ऐसी तबह<ref>तबीयत</ref> फकीर दी आंवदी ए

शब्दार्थ
<references/>