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385 / हीर / वारिस शाह

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एह मिसाल मशहूर जहान सारे जटी चारे ही थेक ही थाक सवारदी ए
ऊन तुम्बदी फम्मे जे नाल लेड़े चिड़ियां हाकरे लेलड़े चारदी ए
बन्न झेड़े फकीरां दे नाल लड़दी घर सांभदी लोकां नूं मारदी ए
वारस शाह दे लड़ने माशूक ऐथे मेरी संगली शगन विचारदी ए

शब्दार्थ
<references/>