अपनो अपनो ठामा डटि डटि करि रामा।
सगरो मोरचवा पर जाहू हो सांवलिया॥
अगर मगर आप कोऊ नाहि करु रामा।
सब मिलि दादा केय बचाऊ हो सांवलिया॥
अपनो अपनो ठामा डटि डटि करि रामा।
सगरो मोरचवा पर जाहू हो सांवलिया॥
अगर मगर आप कोऊ नाहि करु रामा।
सब मिलि दादा केय बचाऊ हो सांवलिया॥