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चूहा और बिल्ली / अनुभूति गुप्ता
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बिल्ली निकली
थी सैर पर,
चूहे अपनी
तू खैर कर।
दौड़ी-दौड़ी
बिल्ली आयेगी,
तुम्हें पंजों में
वह दबाकर
ले जायेगी।
जल्दी से बिल में
तुम घुस जाओ,
बिल्ली से अपनी
जान बचाओ।