Last modified on 2 मई 2017, at 18:50

चूहा और बिल्ली / अनुभूति गुप्ता

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 18:50, 2 मई 2017 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अनुभूति गुप्ता |अनुवादक= |संग्रह=...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

बिल्ली निकली
थी सैर पर,
चूहे अपनी
तू खैर कर।
दौड़ी-दौड़ी
बिल्ली आयेगी,
तुम्हें पंजों में
वह दबाकर
ले जायेगी।
जल्दी से बिल में
तुम घुस जाओ,
बिल्ली से अपनी
जान बचाओ।