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ल्युकेमिया / भास्कर चौधुरी
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वह बच्चा मौत से लड़ रहा है
उसे ल्युकेमिया है
अस्पताल की सफेद चादर वाली बिस्तर पर
अपनी माँ से गले लिपट कर लेटा हुआ है
‘हमें कभी हार नहीं मानना चाहिए’–
कहती है बच्चे की माँ
अपने आँसुओं को छुपाती...
अस्पताल के बाहर लम्बी कतार हे
ख़ून जाँच करवाने वालों की
मानों उमड़ पड़ा हैआधा शहर
इस वक्त सबसे ज़रूरी है
बच्चे का जीवन...
उधर एक देश मर रहा है
उड़ी हुई है अस्पताल की छत
टूटी खिड़कियाँ टूटे दरवाजे
वहाँ मौत का सा सन्नाटा
पसरा पड़ा है!