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तोरा बिना सूना-सूना घोॅर / कस्तूरी झा 'कोकिल'

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तोरा बिना सूना-सूना घोॅर लागै छै।
अकेला अनहरिया में डोॅर लागै छै।
फागुन मतवालाँ हे
झोली कॅ उठाबै छै।
ढोलक मंजीरा केॅ
सबद पठाबै छै।
जानी केॅ घुंघरु हे होॅर लागै छै।
तोरा बिना सूना-सूना घोॅर लागै छै।
अकेला अनहरिया में डोॅर लागै छै।
विरही लेॅ रैन कहाँ?
विरहिन लेॅ चैन कहाँ?
चकवालेॅ बिहान कहाँ
चकवीलेॅ दिनमान कहाँ?
ई जिनगी कंकड़ केॅ कोॅर लागै छै।
तोरा बिना सूना-सूना घोॅर लागै छै।
अकेला अनहरिया में डोॅर लागै छै।

25/2/16 प्रातः 8.30