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परिवार नियोजन / मथुरा नाथ सिंह 'रानीपुरी'

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टुन्ना-मुन्ना छोटका-बड़का
गिनती में छै बीस
बरस पैतीसा के चढ़त्हें
मन्नऽ में उठलै टीस।

केकरो फटलै धोती-कुरता
केकरो फटलै पैंट
कोइये खोजै तेल हेमानी
कोइये मांगै सैंट
कोय घुड़कै, कोइये दौड़े छै
कोइये मांगै छै आशीष।

कोय लपकै रे हड़िया देखी
कोइये दिखावै छै शेखी
गाला-गाली, मार-पीट के
घर्है देखै छी साजीश।

सोचऽ में हमरऽ कोख सुखै छै
छोटकां अभियो दूध पीयै छै
गुड्डा मारै छै धृड़कुनियाँ
लौकै हमरा चारो दीस।

ई नै जानलौं ई आफत
दुखो मिलतै बच्च्है मारफत
नै जानौं की ई फुसफुसिया
ई रंग हमरा देतै लीस॥