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हमारी जान! तुम ऐसा करोगी / दीपक शर्मा 'दीप'

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हमारी जान! तुम ऐसा करोगी
हमारी जान का, सौदा करोगी?

तभी ये दिल तुम्हें देंगे बताओ!
ज़रा-सी बात पर रूठा करोगी?

चलो तकिया तुम्हारे ही सिरहाने
वगरना रात-भर झगड़ा करोगी।

हमें बदमाश कह कर मार दोगी,
"कहेंगे हम अगर बोसा करोगी?"

अजी हम जानते हैं के मिरी जां!
करोगी जो, बहुत अच्छा करोगी

निगाहों से निगाहों को पकड़कर
लबों से हाय उफ़्फ़ तौबा करोगी

अरे शरमा रही हो क्यों कहो भी!
नहाकर हाय क्या पहना करोगी?