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ओ / अविरल-अविराम / नारायण झा

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सुनू-सुनू
अहाँक नाम

नहि मोन अछि

अहाँ कोन आश्रमसँ छी

नहि मोन अछि

अहाँक धर्म

उ...हुँ...क...
नहि मोन अछि

तखन किनसाइत
बताह तँ नहि छै ई

नहि-नहि, एकदम नहि
अहाँ भ्रममे छी
हम मनुक्ख छी
मनुक्ख

ओ...!