Last modified on 16 अप्रैल 2018, at 19:10

पूछो किसी कवि से / सुनीता जैन

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 19:10, 16 अप्रैल 2018 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुनीता जैन |अनुवादक= |संग्रह=यह कव...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

जो गाता है
वह कितनी
आग दबाता,
पूछो किसी कवि से

यह रस,
यह बिम्बों का क्रम
यह लय,
यह गति शब्दों की
यह रह-रह अर्थों की
जब-तब बजती
चुटकी,

आते कहाँ-कहाँ से,
पूछा किसी कवि से

तुम सुनते,
सुन, छत्तीस कोस तक
डूब कहीं, कहीं जा
उतराते

वह खड़ा किनारे
क्या करता है,
पूछो किसी कवि से