Last modified on 7 मई 2018, at 17:25

क्यक्कर मैं बिसराऊं भगत / सुन्दर कटारिया

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 17:25, 7 मई 2018 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=सुन्दर कटारिया |अनुवादक= |संग्रह= }...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

मरते नही शहीद तनै फेर क्यूकर मैं बिसराऊं भगत
मै तेरे तै मिलणा चाहूं बोल बता कित आऊं भगत

सारे कायर डायर बणकै बाग उजाड़ण आगे फेर
कर्जन बरगे देस नै बांट्टण खावण पाड़ण आगे फेर।
अंग्रेजां की नही जरूरत ईब हमनै अंग्रेजी आगी
साहब बणे हम सूट पहर कै मस्ती और खुमारी छागी।
इस अंग्रेजी रंग रूप नै क्यूकर बता भुलाऊं भगत
मै तेरे तै मिलणा चाहूं बोल बता कित आऊं भगत

किस्मत हमनै घेर कै बैठी पर संसद बतल़ारह्या सै
वीर शहीदां के मात्तम् पै बस अफसोस जता रह्या सै।
सोत्यां पै वे हमला करकै फुल्ले नही समाये होंगे
अर म्हारे ये धोल़पोश बस चाह पीकै बतल़ाये होंगे।
जात पै चर्चा, खाट पै चर्चा के के सांग दिखाऊ भगत
मै तेरे तै मिलणा चाहूं बोल बता कित आऊं भगत

हंसते हंसते झूल गया तू जिस भारत माता की ताहीं
आज्या अाकै देखले मां नै कितनी सै आजादी पाई।
भारत के दो हिस्से होंगे यो सपना तेरा तो ना था
बोडर पै गोल़ै बरसैगें इसका भी बेरा तो ना था।
बिलखैं कुणबे कितने रोवैं आज्या तनै सुणाऊं भगत
मै तेरे तै मिलणा चाहूं बोल बता कित आऊं भगत

ओ धरती माता के बेटे एक बै उल्टा आज्या नै
भाई भाई का खून खराबा आकै तू रुकवा ज्या नै।
जिसके नाम जवानी करग्या उस मां का आ मान बचा ले
फेर खतरा मंडरारह्या आज्या आकै हिन्दुस्तान बचा ले।
ना तो तेरी धेल़ी पै मै सिर टकरा मर ज्याऊं भगत
मै तेरे तै मिलणा चाहूं बोल बता कित आऊं भगत।