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मेहंदी गीत / 3 / राजस्थानी
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राजस्थानी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
म्हारे घरां रे कंवर बना रो ब्याव मेहंदी राचणी।
मेहंदी मंगाई सोजत शहर से म्हार रंग रलिया लाडा
हरिया हरिया पाना, मेहंदी राचणी।
मेहंदी पिसाई पाट में रे म्हारा रंग रलिया लाडा,
झीणे पोत छणाय, मेहंदी राचणी।
रजत कटोरे मेहंदी घोलली रे म्हारा रंग रलिया लाडा,
चोखो लोच अणाय, मेहंदी राचणी।
भाभी थांकी चतरु घणी रे म्हारा रंग रलिया लाडा,
मांडैली दोन्यू हाथ, मेंहदी राचणी।
मेहंदी मांडी म्हे हाथां में म्हारा रंग रलिया लाडा,
निरखै घर का लोग, मेहंदी राचणी।