भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

निकासी गीत / 1 / राजस्थानी

Kavita Kosh से
Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 08:21, 8 सितम्बर 2018 का अवतरण ('{{KKLokRachna |भाषा=राजस्थानी |रचनाकार= |संग्रह= }} {{KKCatRajasthaniRachna}} <poe...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

थारां बाबाजी सिणगारयो, म्हारां बन्ना बैठो बंगला में।
बैठो बंगला में रायबर बन्नो झांकै सड़का में।
थारां ताऊजी, पापाजी, सिणगारयो म्हारां बन्ना बैठो महलां में।