Last modified on 29 सितम्बर 2018, at 10:39

शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया आप का / अजय अज्ञात

Abhishek Amber (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 10:39, 29 सितम्बर 2018 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=अजय अज्ञात |अनुवादक= |संग्रह=इज़...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

शुक्रिया शुक्रिया शुक्रिया आप का
हम पे रहमो करम जो हुआ आपका

आ दरे फैज पर ये तजुर्बा हुआ
आप उस के हुए जो हुआ आप का

आप की रहनुमाई में बढ़ते रहें
हर कदम पर मिले मश्विरा आप का

नूर भरते रहो लेखनी में मेरी
हाथ सर पर रहे मुस्तफा आप का

बेसहारा हैं जो भी भटकते यहाँ
उन सभी को मिले आसरा आप का