Last modified on 23 जनवरी 2019, at 20:03

ये रात ये तन्हाई / मीना कुमारी

Sharda suman (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 20:03, 23 जनवरी 2019 का अवतरण

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

ये रात
ये तन्हाई
ये दिल के धड़कने की आवाज़
ये सन्नाटा
ये डूबते तारों की
ख़ामोश ग़ज़ल-कहानी

ये वक़्त की पलकों पर
सोती हुई वीरानी
जज़्बात-ऐ-मुहब्बत की
ये आख़िरी अंगड़ाई
बजती हुई हर जानिब
ये मौत की शहनाई

सब तुम को बुलाते हैं
पल भर को तुम आ जाओ
बंद होती मेरी आँखों में
मुहब्बत का
एक ख़्वाब सजा जाओ