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पहला सपनमा / श्रीकांत शास्त्री

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पहिला सपनमा गगनमा में घुरमई
कि सूतल सपनमा नयनमा में घुरमई
धेयनमा के नोखिया से सले खुलसावल
सुधिया के अंगुसी से तीन उकसावल
पीरे-पीरे टभ-टभ टभकल टिसिया से
गुपुत वेदनमा बचनमा में घुरमइ कि...।
हिरदा से इकसि के नयनमा में दरसल
नयनमा से रसे-रसे सपनमा में लहसल
सपनमा से सकुचि के पुतरी में पइसल
करून कमनमा परनमा में घुरमइ कि...।
एक चुरू पनिया में मीन जइसे आकुल
एक बून लोखा में ओइसहीं बेआकुल
लाज आउ सरमियाँ के कोतवा मैं संइतल
धानी के नयनमा धेयनमा में घुरमई
कि सूतल सपनमा नयनमा में घुरमई