आकाश भयानक गुस्से में है
काले बादलों का जमघट लगा है
गड़गड़ा रही है सौदामनी बिजुरी
वृक्ष प्रसन्न हैं कि उन्हें
हल्ला-गुल्ला करने का मौक़ा मिला है ।
आकाश भयानक गुस्से में है
काले बादलों का जमघट लगा है
गड़गड़ा रही है सौदामनी बिजुरी
वृक्ष प्रसन्न हैं कि उन्हें
हल्ला-गुल्ला करने का मौक़ा मिला है ।