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तूफ़ान / मरीया पॉलइकोव्स्की-यास्नोझेव्स्का / अनिल जनविजय
Kavita Kosh से
आकाश
भयानक गुस्से में है
काले बादलों का
जमघट लगा है ।
गड़गड़ा रही है
सौदामनी बिजुरी ।
वृक्ष प्रसन्न हैं कि उन्हें
हल्ला-गुल्ला करने का
मौक़ा मिला है !
रूसी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय
लीजिए, अब इसी कविता का रूसी भाषा में अनुवाद पढ़िए
Мария Павликовская-Ясножевская
Ураган
Небо в черном гневе.
Толпы туч.
Рокот.
Счастливы деревья!
Вышуметься могут!
Перевод с польского : Анна Ахматова