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किसी को भून डालें वे हाथ में स्टेनगन लेकर / ऋषभ देव शर्मा

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 किसी को भून डालें वे, हाथ में स्टेनगन लेकर
इन्हें क्या, मौत को ये तो, भुना लेंगे चुनावों में

गला जिनका तराशा है, निरंतर पाँच वर्षों तक
उन्हें भी अब गले अपने, लगा लेगे चुनावों में

कभी जिस गाँव को जाना न देखा, मर रहा कैसे
उसी के अब मसीहा बन, दिखा देंगे चुनावों में

देश टूटे, रहे, जाए, इन्हें क्या काम, इनको तो
सिर्फ कुर्सी दिला दीजे, दुआ देंगे चुनावों में

कब्र में पाँव लटके हैं, कंठ में प्राण हैं अटके
बहुत वोटर खरीदेंगे, जिता देंगे चुनावों में

खिलाड़ी मंच पर उतरे, मदारी मंच के पीछे
बहुत कीचड़ आँकड़ों की उछालेंगे चुनावों में

लगाकर घात बैठे हैं, पक्ष-प्रतिपक्ष दोनों ही
बहुत चालाक मछुए ये, फँसा लेंगे चुनावों में

हमारे हाथ में मोहर, हमारे हाथ में मुहरा
दुरंगे लोकद्रोही को, सज़ा देंगे चुनावों में