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नदी किनारे सूरज चमका / केशव शरण

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लहरों में नाचा
फूलों में महका
पत्तों में सरसराया
रंगों में छलका
घंटियों में गूंजा
चिड़ियों में चहका
हवाओं में झूमा
पगडंडियों में घूमा
अंकुर में उभरा
ओस में टपका
नई किनारे सूरज चमका