अहमद नदीम काज़मी की रचनाएँ
अहमद नदीम काज़मी
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| जन्म | 20 नवम्बर, 1916 |
|---|---|
| उपनाम | |
| जन्म स्थान | सरगोधा (अब पाकिस्तान में) |
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| --'धड़कनें' (1962)जो बाद में 'रिमझिम' के नाम से प्रकाशित हुई और फिर इसी नाम से जानी गई । जलाल-ओ-जमाल, शोल-ए-गुल, दश्ते वफ़ा, मुहीत (सभी कविता-संग्रह) । चौपाल, बगुले, सैलाब-ओ-गिर्दाब, बर्गे-हिना, घर से घर तक आदि 14 कहानी संग्रह । | |
| विविध | |
| -- | |
| जीवन परिचय | |
| अहमद नदीम काज़मी / परिचय | |
- कौन कहता है / अहमद नदीम काज़मी
- तुझे इज़हार-ए-मुहब्बत / अहमद नदीम काज़मी
- किस को क़ातिल / अहमद नदीम काज़मी
- गुल तेरा रंग चुरा लाए हैं / अहमद नदीम काज़मी
- शाम को सुबह-ए-चमन याद आई / अहमद नदीम काज़मी
- लब-ए-ख़ामोश से अफ्शा होगा / अहमद नदीम काज़मी
- जब तेरा हुक्म मिला / अहमद नदीम काज़मी
- मरूं तो मैं किसी चेहरे में रंग भर जाऊं / अहमद नदीम काज़मी
- वो कोई और न था / अहमद नदीम काज़मी
- लबों पे नमर् तबस्सुम / अहमद नदीम काज़मी
- रेत से बुत न बना / अहमद नदीम काज़मी
- मुझे कल मेरा एक साथी मिला / अहमद नदीम काज़मी
- हैरतों के सिल-सिले / अहमद नदीम काज़मी
- अब तक तो / अहमद नदीम काज़मी
- ज़ीस्त आज़ार हुई जाती है / अहमद नदीम काज़मी
- जेहनों में ख़याल जल रहे हैं / अहमद नदीम काज़मी
- गो मेरे दिल के ज़ख़्म जाती हैं / अहमद नदीम काज़मी
- क्या भरोसा हो किसी हमदम का / अहमद नदीम काज़मी
- ख़ुदा नहीं, न सही, ना-ख़ुदा नहीं, न सही / अहमद नदीम काज़मी
- फूलों से लहू कैसे टपकता हुआ देखूँ / अहमद नदीम काज़मी
- साँस लेना भी सज़ा लगता है / अहमद नदीम काज़मी
- इंक़लाब अपना काम करके रहा / अहमद नदीम काज़मी
- दामन को न तार-तार कर ले / अहमद नदीम काज़मी
- न शऊर में जवानी,न ख़याल में रवानी / अहमद नदीम काज़मी
- पैमाँ जो बंध रहे हैं, कोई सुन रहा न हो / अहमद नदीम काज़मी
- सराहूंगा तेरे मन-मन के रूठ जाने को / अहमद नदीम काज़मी
- फूलों से लहू कैसे टपकता हुआ देखूँ / अहमद नदीम काज़मी
- कौन जग में तिरा हमसर देखे / अहमद नदीम काज़मी
- दिल ने सदमे बहुत उठाए हैं / अहमद नदीम काज़मी
- फिर हसीनों पे' ऎतबार करें / अहमद नदीम काज़मी
- लबों पे नर्म तबस्सुम रचा के घुल जाएँ / अहमद नदीम काज़मी
- लपकेंगे पलट के फिर वहाँ से/ अहमद नदीम काज़मी
