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कम्प्यूटर-1 / रूपचन्द्र शास्त्री ‘मयंक’
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यह मेरा कम्प्यूटर प्यारा,
इसमें ज्ञान भरा है सारा।
भइया इससे नेट चलाते,
नई-नई बातें बतलाते।
यह प्रश्नों का उत्तर देता,
पल भर में गणना कर लेता।
माउस, सी०पी०यू०, मानीटर,
मिलकर बन जाता कम्प्यूटर।
इसमें ही की-बोर्ड लगाते,
जिससे भाषा को लिख पाते।
नया ज़माना अब है आया,
हमने नया खजाना पाया।
बड़ा अनोखा है यह ट्यूटर,
सभी सीख लो अब कम्प्यूटर।