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आँख से कुछ कसर हो गइल / मनोज भावुक

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आँख से कुछ कसर हो गइल
उम्र के कुछ असर हो गइल

बात पर बात खुलिये गइल
आज सभका खबर हो गइल

आँख से जमके बारिश भइल
साफ दिल के डहर हो गइल

लोर पोंछत बा केहू कहाँ
गाँव अपनो शहर हो गइल

अब चलल राह मुश्किल भइल
लोभी सभके नजर हो गइल

तहरा पीछे सुरीला रहे
सामने मौन स्वर हो गइल

अब अकेले कहाँ बानी हम
जब गजल हमसफर हो गइल