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घूसिए / केदारनाथ अग्रवाल

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जी,
आप नेक
और निहायत शरीफ हैं
क्योंकि
आप
पेट भर घूस लेते हैं,
और काम बढिया कर देते हैं
न पकड़ में आते हैं,
न सजा पाते हैं।

रचनाकाल: ०८-०२-१९७५