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इस धरती के राम जंगली,
इसके नमन-प्रणाम जंगली।जंगली ।
कुडई, कुंद, झुईं सम्मोहक,
वन-फूलों के नाम जंगली।जंगली ।
वन्याओं-सी वन छायाएंछायाएँ,हलवाहे -सा घाम जंगली।
भरमाते चांदी चाँदी के खरहे,स्वर्ण -मृगों के चाम जंगली।जंगली ।
यहाँ प्रभात ‘पुष्पधंवा’ -सा,मीनाक्षी -सी शाम जंगली।जंगली ।
शकुंतला -सी प्रीति घोटुली,दुष्यंती आयाम जंगली।जंगली ।
दिशाहीन, अंधी आस्था के,
जीवन का संग्राम जंगली।जंगली ।
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