भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

चांद - तारे / विष्णु नागर

36 bytes added, 17:56, 1 अप्रैल 2011
{{KKRachna
|रचनाकार=विष्णु नागर
}} {{KKAnthologyChand}}{{KKCatKavita}}
मुझे चाँद चाहिए था<br>
लेकिन मैं चाँद की तरफ बढ़ने लगा तो मुझे तारों ने मोह लिया<br>