भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
नया पृष्ठ: {{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=द्विज }} {{KKPageNavigation |पीछे=ठौर-ठौर निरखि मरंद सौ झरत रस…
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=द्विज
}}
{{KKPageNavigation
|पीछे=ठौर-ठौर निरखि मरंद सौ झरत रस / शृंगार-लतिका / द्विज
|आगे=चाँहत करन प्रसिद्ध इत / शृंगार-लतिका / द्विज
|सारणी=शृंगार-लतिका / द्विज/ पृष्ठ 6
}}
<poem>
'''दोहा'''
''(आशीष पाकर कवि-प्रसन्नता-वर्णन)''
आसिष पाइ, उपाइ-बिनु, लाख-भाँति अभिलाखि ।
सफल कियौ जीबन मनौं, रंक पाइ सुर-साखि ॥५७॥
</poem>
{{KKRachna
|रचनाकार=द्विज
}}
{{KKPageNavigation
|पीछे=ठौर-ठौर निरखि मरंद सौ झरत रस / शृंगार-लतिका / द्विज
|आगे=चाँहत करन प्रसिद्ध इत / शृंगार-लतिका / द्विज
|सारणी=शृंगार-लतिका / द्विज/ पृष्ठ 6
}}
<poem>
'''दोहा'''
''(आशीष पाकर कवि-प्रसन्नता-वर्णन)''
आसिष पाइ, उपाइ-बिनु, लाख-भाँति अभिलाखि ।
सफल कियौ जीबन मनौं, रंक पाइ सुर-साखि ॥५७॥
</poem>