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माता चुप हो बैठ जा बेटा बोले बोल / शिवदीन राम जोशी
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15:59, 23 जनवरी 2012
माता चुप हो बैठ जा बेटा बोले बोल,
बूढ़ा-बूढ़ी हो गई नहीं मेरे घर पोल।
नहीं मेरे
धर
घर
पोल पडी या दुनियां सारी,
गारी देने लगी और बेटा की नारी।
कौन सुने किससे कहें कुंवें पडगी
भंाग
भांग
,
शिवदीन उघाड्या लाजसी कोई सी भी जांघ।
राम गुण गायरे।
</poem>
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