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{{KKShayar}}
* [[ दाग दुनिया ने दिए जख़्म ज़माने से मिले / 'कैफ़' भोपाली]]* [[दर ओ दीवार पे शकलें से बनाने आई / 'कैफ़' भोपाली]]* [[गर्दिश-ए-अर्ज-ओ-समावत ने जीने न दिया / 'कैफ़' भोपाली]]* [[हाए लोगों की करम-फरमाइयाँ / 'कैफ़' भोपाली]]* [[हम को दीवाना जान के क्या क्या जुल्म न ढाया लोगों ने / 'कैफ़' भोपाली]]* [[इस तरह मोहब्बत में दिल पे हुक्मरानी है / 'कैफ़' भोपाली]]* [[जब हमें मस्जिद में जाना पड़ा है / 'कैफ़' भोपाली]]* [[झूम के जब रिंदों ने पिला दी / 'कैफ़' भोपाली]]* [[काम यही है शाम सवेरे / 'कैफ़' भोपाली]]* [[कौन आएगा यहाँ कोई न आया होगा / 'कैफ़' भोपाली]]* [[खानकाह में सूफी मुँह में छुपाए बैठा है / 'कैफ़' भोपाली]]* [[कुटिया में कौन आएगा इस तीरगी के साथ / 'कैफ़' भोपाली]]* [[न आया मज़ा शब की तनहाईयों में / 'कैफ़' भोपाली]]* [[सलाम उस पर अगर ऐसा कोई फनकार हो जाए / 'कैफ़' भोपाली]]* [[सिर्फ इतने जुर्म पर हँगामा होता जाए है / 'कैफ़' भोपाली]]* [[तन-ए-तनहा मुकाबिल हो रहा हूँ मैं हजारों से / 'कैफ़' भोपाली]]* [[तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है / 'कैफ़' भोपाली]]* [[तेरा चेहरा सुब्ह का तारा लगता है / 'कैफ़' भोपाली]]* [[थोड़ा सा अक्स चाँद के पैकर में डाल दे / 'कैफ़' भोपाली]]* [[तुम से न मिल के खुश हैं वो दावा किधर गया / 'कैफ़' भोपाली]]* [[ये दाढ़ियाँ ये तिलक धारियाँ नहीं चलती / 'कैफ़' भोपाली]]