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'कैफ़' भोपाली
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'कैफ़' भोपाली

| जन्म | 1920 | 
|---|---|
| निधन | 1991 | 
| जन्म स्थान | भोपाल, मध्य प्रदेश, भारत | 
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| विविध | |
| जीवन परिचय | |
| 'कैफ़' भोपाली / परिचय | |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- दाग दुनिया ने दिए जख़्म ज़माने से मिले / 'कैफ़' भोपाली
 - दर ओ दीवार पे शकलें से बनाने आई / 'कैफ़' भोपाली
 - गर्दिश-ए-अर्ज-ओ-समावत ने जीने न दिया / 'कैफ़' भोपाली
 - हाए लोगों की करम-फरमाइयाँ / 'कैफ़' भोपाली
 - हम को दीवाना जान के क्या क्या जुल्म न ढाया लोगों ने / 'कैफ़' भोपाली
 - इस तरह मोहब्बत में दिल पे हुक्मरानी है / 'कैफ़' भोपाली
 - जब हमें मस्जिद में जाना पड़ा है / 'कैफ़' भोपाली
 - झूम के जब रिंदों ने पिला दी / 'कैफ़' भोपाली
 - काम यही है शाम सवेरे / 'कैफ़' भोपाली
 - कौन आएगा यहाँ कोई न आया होगा / 'कैफ़' भोपाली
 - खानकाह में सूफी मुँह में छुपाए बैठा है / 'कैफ़' भोपाली
 - कुटिया में कौन आएगा इस तीरगी के साथ / 'कैफ़' भोपाली
 - न आया मज़ा शब की तनहाईयों में / 'कैफ़' भोपाली
 - सलाम उस पर अगर ऐसा कोई फनकार हो जाए / 'कैफ़' भोपाली
 - सिर्फ इतने जुर्म पर हँगामा होता जाए है / 'कैफ़' भोपाली
 - तन-ए-तनहा मुकाबिल हो रहा हूँ मैं हजारों से / 'कैफ़' भोपाली
 - तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है / 'कैफ़' भोपाली
 - तेरा चेहरा सुब्ह का तारा लगता है / 'कैफ़' भोपाली
 - थोड़ा सा अक्स चाँद के पैकर में डाल दे / 'कैफ़' भोपाली
 - तुम से न मिल के खुश हैं वो दावा किधर गया / 'कैफ़' भोपाली
 - ये दाढ़ियाँ ये तिलक धारियाँ नहीं चलती / 'कैफ़' भोपाली
 - क्यों फिर रहे हो कैफ़ ये ख़तरे का घर लिए / 'कैफ़' भोपाली
 - जिस पे तेरी शमशीर नहीं है / 'कैफ़' भोपाली
 - जिस्म पर बाक़ी ये सर है क्या करूँ / 'कैफ़' भोपाली
 - तुझे कौन जानता था मेरी दोस्ती से पहले / 'कैफ़' भोपाली
 - बीमार-ए-मोहब्बत की दवा है की नहीं है / 'कैफ़' भोपाली
 - दोस्तों अब तुम न देखोग ये दिन / 'कैफ़' भोपाली
 
	
	