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मैं / रोज़ा आउसलेण्डर

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और अपने कण्ठ को
यही चाहता था मेरा मेरे नसीब में
'''मूल जर्मन भाषा से प्रतिभा उपाध्याय द्वारा अनूदित'''
</poem>
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