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सभी समागत फूलों को सत्कार दो ।
मिले कहीं पाटल तो उसको प्यार दो ।
'''हाइनरिष हाइने की कविता का अँग्रेज़ी से अनुवाद : रामधारी सिंह ’दिनकर’'''
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