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/* कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ */
* [[बिना विचारे काम करै जो, उसके जी नै रासा हो सै / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]
* [[करुणा कर कृष्ण कृपालु, कृपा कर भगवान तुही / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]
* [[ब्याह शादी मैं चाब मिठाई बांटे पुष्प बतासे जां सै / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]
* [[एक बार फळ पाक लिये ना फेर पाकैं सैं / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]
* [[गरजण लागे मादरदेशी मतन्या बात बणाओ ऐसी / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]
* [[सच्चे मित्र थोड़े ज्यादा हैं मतलब के यार सुणों / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]
* [[दिलदार यार के मिले बिना पलभर ना चैन पड़ै / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]
* [[विष देदे विश्वास नहीं दे धोखा करणा बात बुरी सै / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]
* [[बणकैं बींद आ गया ब्याहवण,बाँध शीश पै सेहरा / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]
* [[छाती मै घा कर दे कड़वा बोल लुगाई का / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]
* [[सभा बीच मै मनुष्य धनुष नै ठावण आळा कौण सै / गन्धर्व कवि प. नन्दलाल]]