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08:52, 23 मार्च 2019 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=सुमन ढींगरा दुग्गल
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<poem>
सिक्का किसी फ़कीर के कासे में यूँ न डाल
कमज़र्फ कह के चीख उठे कासा ए सवाल
मरने से दास्तान तेरी मुख़्तसर न हो
तू मौत से हयात का पहलू कोई निकाल
</poem>