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लगातार आते रहेंगे लोग इन रास्तों पर
बार-बार पुराना देवदार अपनी पत्तियाँ फेंकता रहेगा हमारी खिड़कियों के पास ।हमारे बाद भी चीज़ें रहेंगी इसी तरहअगर ईश्वर की दया-दृष्टि रहे।
'''मूल रूसी से अनुवाद : वरयाम सिंह'''