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::तौ तौ सहै सीस सबै बैन जो तिहारे हैं ।
यह अभिमान तौ गवैहैं ना गये हूँ प्रान,
::हम उनकी हैं वह प्रीतम हमारे हैं ॥59॥
</poem>
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