भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
नया पृष्ठ: KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=मनोज भावुक }} [[Category:ग़ज़ल]] <poem> राह बाटे कठिन, मगर बाट…
KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=मनोज भावुक
}}
[[Category:ग़ज़ल]]
<poem>

राह बाटे कठिन, मगर बाटे
चाहे बाटे अगर , डगर बाटे

होखे खपरैल भा महल होखे
नेह बाटे तबे ऊ घर बाटे

तींत भा मीठ जे मिलल हक में
ऊ त भोगे के उम्र भर बाटे

साँच पूछीं त हमरा गीतन पर
आज ले, राउरे असर बाटे

आँख नइखे ई चार हो पावत
लाख 'भावुक' मिलत नजर बाटे

<poem>