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अपना मज़हब / इमरोज़ / हरकीरत हकीर

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मज़हब अब मज़हब नहीं रहा
ताकत बन गया है, सियासत बन गया है
अब वक़्त आ गया है
खुद
अपना मज़हब बनने का...