आज ही तो हुआ था
मेरा जन्म
अरसठ वर्ष पूर्व।
तब से आज तक
बराबर जिया
और आगे भी
दीर्घ काल तक जियूँगा
कि जब मरूँ
तो संसार को सँवारते-सँवारते मरूँ,
सँवारने का सुख
भोगते-भोगते मरूँ।
रचनाकाल: ०१-०४-१९७८
आज ही तो हुआ था
मेरा जन्म
अरसठ वर्ष पूर्व।
तब से आज तक
बराबर जिया
और आगे भी
दीर्घ काल तक जियूँगा
कि जब मरूँ
तो संसार को सँवारते-सँवारते मरूँ,
सँवारने का सुख
भोगते-भोगते मरूँ।
रचनाकाल: ०१-०४-१९७८