मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
आ गे डिहुली, आ गे डिहुली
सामा जाइ छै ससुरा
किछु गहनो चाही गे डिहुली
आ गे डिहुली, आ गे डिहुली
धऽ ला सोनरबा के
गढ़ाइये देबौ गे डीहुली
सामा जाइ छै ससुरा
किछु पौती चाही गे डीहुली
आ गे डीहुली, आ गे डीहुली
धऽ ला डोमिनियाँ के
बुनबाइये देबौ गे डीहुली
सामा जाइ छै ससुरा
किछु सेनुर चाही गे डीहुली
आ गे डिहुली, आ गे डिहुली
धऽ ला पटतिबनियाँ के
किनिय देबो गे डिहुली
आ गे डिहुली, आ गे डिहुली