Last modified on 9 नवम्बर 2016, at 03:47

काहे करींला रवा भेद-भाव अइसन / कुमार मुकुल

Kumar mukul (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 03:47, 9 नवम्बर 2016 का अवतरण ('{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=कुमार मुकुल |अनुवादक= |संग्रह= }} {{KKCat...' के साथ नया पृष्ठ बनाया)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)


हमनियों के हाथ-गोड़ बड़ुए रउए जइसन
काहे करींला फेन भेद-भाव अइसन।

हमनी के बानी जा, एही से इ देश बा
कड़ी-कड़ी मूछ बा, आ बनल बनल भेस बा
हमनिए प टिकल बा राउर सब फैशन
कहे करींला रउआ भेद-भाव अइसन।

खाट-खाटी बिनींला हमनी के राउर
छान-छप्पर छाईंला, देवार सबके चिनींला
तब काहे बइठब हमनी जमीन पर
रहब जा काहे चउखट के बहरी
हमनी के देश काहे हो जाला राउर नेशन
काहे करींला रउआ भेद-भाव अइसन।