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क्रान्तिकारी टोली आई रै / रणवीर सिंह दहिया

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बाबा जी की मढ़ी में पुलिस अपना डेरा डाल देती है। क्रान्तिकारी मढ़ी का निरीक्षण करने पहुंचते हैं कि पुलिस वालों को क्या ठिकाने लगाया जा सकता है। क्या बताया भला:

क्रान्तिकारी टोली आई रै बाबा जी की मढ़ी मैं॥
दोनूआं नै शीश नवाई रे बाबा जी की मढ़ी मैं॥

भगतां की टोली मैं उननै पूरी सेंध लगाई फेर
चीलम की उनकी बी थोड़ी वार मैं बारी आई फेर
आजाद तै चीलम पकड़ाई रै बाबा जी की मढ़ी मैं॥
कदे बीड़ी बी पी कोन्या चीलम हाथ मैं आई
घूंट मारकै चीलम फेर राजगुरु तै पकड़ाई
राजगुरु नै दम लगाई रै बाबा जी की मढ़ी मैं॥
मढ़ी का पूरा पूरा उसनै हिसाब लगाया फेर
माणस घणे मारे जांगे उनकी समझ आया फेर
आंख तै आंख मिलाई रै बाबा जी की मढ़ी मैं॥
प्रणाम करकै बाबा जी नै दोनूं उल्टे आये थे
बाकी टोली आल्यां तै मढ़ी के हालात बताये थे
रणबीर करै कविताई रै बाबा जी की मढ़ी मैं॥