Changes

जब आदमी / मुकेश जैन

1 byte added, 21:19, 31 जनवरी 2010
अपनी आदिमता में जीते होते हैं<br />
वह चींखता है<br />
भयानक<br />
(तो)<br />
रात और स्याह हो जाती है,<br /><br />
21
edits