बहारें आएँगी, होंठों पे फूल खिलेंगे
सितारों को मालूम था, हम-तुम मिलेंगे
छिटकेगी चाँदनी, सजेगा साज, प्यार का बजेगी पैंजनी
बसोगे मन में तुम तो मन के तार बजेंगे
सितारों को मालूम था...
मिला के नैन हम-तुम दो हो गए
अजी हम पलकें उठाते ही खो गए
नैन चुराएँगे, जिया निछावर करेंगे
कली जैसा कच्चा मन कहीं तोड़ न देना
बिछड़ने से पहले हम अपनी जान दे देंगे
(1955) फ़िल्म 'नवरात्रि'