Changes

{{KKGlobal}}
{{KKLokRachna
|रचनाकार=अज्ञात
}}
{{KKLokGeetBhaashaSoochi
|भाषा=ब्रजभाषा
}}
{{KKCatBrajBhashaRachna}}
{{KKAnthologyHoli}}
<poem>
होरी खेलन आयो श्याम, आज याए रंग में बोरो री
 
आज याए रंग में बोरो री, आज याए रंग में बोरो री
 याकी हरे बाँस की बाँसुरिया, याए तोरि मरोरो री ...........
होरी खेलन आयो श्याम...
</poem>