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श्रीहरि की छबि देखिबे को / तोष

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श्रीहरि की छबि देखिबे को अँखियाँ प्रति रोमहि में करि देतो.
बैनन को सुनिबे हित स्रौन जितै तित सो करती करि हेतो.
मो ढिग छाँड़ी न काम कहूँ रहै तोष कहै लिखितो बिधि एतो.
तौ करतार इति करनी करिकै कलि में कल कीरति लेतो.