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हमाम में सब नंगे / अवनीश सिंह चौहान
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20:07, 11 अगस्त 2011
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KKCatNavgeet
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<Poem>
पीली-लाल आँख कर आए
ऊपर से नीचे तक लगते
अब
तो
हमाम में सब नंगे
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Abnish
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