Last modified on 5 अगस्त 2009, at 02:46

हरिदास / परिचय

Pratishtha (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 02:46, 5 अगस्त 2009 का अवतरण (नया पृष्ठ: {{KKRachnakaarParichay |रचनाकार=हरिदास }} हरिदास कृष्णोपासक सखी संप्रदाय के प्र...)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

हरिदास कृष्णोपासक सखी संप्रदाय के प्रवर्तक थे, जिसे हरिदासी संप्रदाय भी कहते हैं। इन्हें ललिता सखी का अवतार माना जाता है। इनकी छाप रसिक है। इनके जन्म स्थान और गुरु के विषय में कई मत प्रचलित हैं। हरिदास स्वामी वैेष्णव भक्त थे तथा उच्च कोटि के संगीतज्ञ भी थे। प्रसिध्द गायक तानसेन इनके शिष्य थे। सम्राट अकबर इनके दर्शन करने वृंदावन गए थे। 'केलिमाल में इनके सौ से अधिक पद संग्रहित हैं। इनकी वाणी सरस और भावुक है। ये प्रेमी भक्त थे।