भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
हरिदास
Kavita Kosh से
हरिदास
जन्म | 1490 ई. अनुमानित |
---|---|
निधन | 1575 ई. अनुमानित |
जन्म स्थान | |
कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
केलिमाल | |
विविध | |
रीतिकाल के कवि | |
जीवन परिचय | |
हरिदास / परिचय |
प्रतिनिधि रचनाएँ
- तिनका बयारि के बस / हरिदास
- जौं लौं जीवै तौं लौं हरि भजु / हरिदास
- गहौ मन सब रस को रस सार / हरिदास
- ज्यौंहिं ज्यौंहिं तुम रखत हौं / हरिदास
- श्री वल्लभ कृपा निधान अति उदार करुनामय / हरिदास
- श्री वल्लभ मधुराकृति मेरे / हरिदास
- प्रगट व्है मारग रीत बताई / हरिदास
- डोल झूले श्याम श्याम सहेली / हरिदास
- गहौ मन सब रसको रस सार / हरिदास
- प्रेम समुद्र रुप रस गहिरे / हरिदास
- हरि को ऐसोइ सब खेल / हरिदास
- हरि के नाम को आलस क्यों करत है रे / हरिदास
- काहू को बस नाहिं तुम्हारी कृपा तें / हरिदास
- हित तौ कीजै कमलनैन सों / हरिदास