Last modified on 19 नवम्बर 2010, at 05:32

थार-1 / मीठेश निर्मोही

Neeraj Daiya (चर्चा | योगदान) द्वारा परिवर्तित 05:32, 19 नवम्बर 2010 का अवतरण (नया पृष्ठ: <poem>पल में पसरै छिण में तण जावै रमतोड़ौ उणियारा बदळै थूं । लागै मिन…)

(अंतर) ← पुराना अवतरण | वर्तमान अवतरण (अंतर) | नया अवतरण → (अंतर)

पल में पसरै
छिण में तण जावै
रमतोड़ौ
उणियारा बदळै
थूं ।
लागै
मिनखां सूं
धरमेलौ
कर लीन्हौ
थूं।